ज़िन्दगी का ज़ेरोक्स

जब ज़िन्दगी किसी के हाथ में दी जाये,
तो बेहतर है उसकी ज़ेरोक्स करा ली जाये,
क्या पता! उससे गुम हो जाये तो ?

मैंने दी है अपनी ज़िन्दगी,
एक नहीं-कई बार,
भरोसेमंद हाथों में,
जो हर बार गुमी,
और अब मेरे पास,
सिर्फ मेरी ज़िन्दगी का ज़ेरोक्स है!

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