तेरा इंतज़ार

तेरे इंतज़ार में पूरी शाम काटी है मैंने कुछ यूँ,
जैसे अगली साँस के इंतज़ार में दिल की अगली धड़कन,
जैसे ऊपर की पलकों से मिलने को बेताब निचली पलक,
जैसे स्कूल से छूटकर माँ से मिलने को बेताब बचपन,
काश, कि तुम भी कुछ इस तरह ही बेचैन होते,
काश, कि तुम जो कुछ भी होते,
मेरे लिए होते..



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